Saturday, October 5, 2024

LIBRARY HOMEWORK (AUTUMN BREAK)

 

KENDRIYA VIDYALAYA BACHELI

Library Homework During  Autumn Break
Session- 2024-25

कक्षा VI से IX के लिए

1.     कहानी की किताब पढ़ो और चित्र बनाओ: विद्यार्थी अपनी रुचि की कोई कहानी की किताब पढ़े। फिर उस किताब की किसी खास घटना का चित्र बनाए । जिससे उनकी कल्पनाशक्ति और रचनात्मकता बढ़ेगी।

2.     अपनी खुद की कहानी लिखो: बच्चों को 10 दिन में अपनी एक छोटी कहानी लिखनी है । वे अपनी कहानी में दोस्तों, जानवरों या सुपरहीरोज़ को शामिल कर सकते हैं। इससे लेखन कौशल भी सुधरेगा।

3.     पसंदीदा किरदार पर बुक रिपोर्ट: बच्चे अपने पसंदीदा किताब के किरदार के बारे में लिखे - किरदार की खासियत, वह क्यों पसंद है, और वह किरदार किस तरह से प्रेरणा देता है।

4.     किताब के अंत का नया अंत लिखो: बच्चे एक किताब या कहानी पढ़े और फिर उस किताब के अंत को नए तरीके से लिखे । इससे आपकी क्रिएटिव सोच बढ़ेगी।

5.     शब्दावली खोज (word search ): बच्चे एक किताब से नए शब्द ढूंढे । उन शब्दों के मतलब और वाक्य बनाकर लिखे। कम से कम 50 शब्द ।

6.     बुकमार्क डिज़ाइन करो: बच्चे कोई एक बुकमार्क बनाये , जिस पर उनका नाम, और पसंदीदा सुविचार लिखा हो।

7.     पसंदीदा बुक का नाटक: बच्चे अपनी पसंदीदा किताब के आधार पर एक छोटा सा नाटक तैयार करे । वे इसे दोस्तों व शिक्षक के सामने छुट्टियों के बाद प्रस्तुत करें ।

नोट :1.  उपर दिए गये क्रियाकलापों में से किसी 2 पर बच्चे अपनी पसंद के अनुसार अपनी-अपनी लाइब्रेरी नोटबुक में कार्य करे

2. प्रत्येक क्रियाकलाप 10-10 अंको  का होगा यानि कुल 20 अंक , कक्षानुसार सबसे ज्यादा अंक पाने वाले विद्यार्थियों को प्राचार्य महोदय जी के द्वारा इनाम दिया जाएगा व उनका नाम लाइब्रेरी पत्रिका में भी प्रकशित किया जाएगा।

लाइब्रेरी होमवर्क सभी बच्चो के लिए अनिवार्य है ।


Friday, September 20, 2024

NCERT की "बरखा" श्रृंखला

 बरखा" श्रृंखला राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा विकसित की गई बाल साहित्य की एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जो प्राथमिक स्तर पर हिंदी सीखने वाले बच्चों के लिए बहुत उपयोगी साबित होती है।

विशेषताएँ:

  1. चित्रमय प्रस्तुति: किताबों में रंगीन और जीवंत चित्रों का समावेश किया गया है, जो बच्चों का ध्यान आकर्षित करते हैं। ये चित्र न केवल कहानी के कथानक को समझने में मदद करते हैं, बल्कि बच्चों में रचनात्मकता और कल्पना शक्ति को भी प्रोत्साहित करते हैं।

  2. रोचक और नैतिक कहानियाँ: हर पुस्तक में छोटे-छोटे किस्से और कहानियाँ दी गई हैं जो रोचक होने के साथ-साथ बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास भी करती हैं। कहानियाँ बच्चों के आस-पास के वातावरण से जुड़ी होती हैं, जिससे वे खुद को आसानी से जोड़ पाते हैं।

  3. भाषा शिक्षण में सरलता: यह श्रृंखला बच्चों को ध्वनि और वर्णों से परिचित कराने का एक सरल माध्यम है। अक्षरों और शब्दों को सीखने के साथ-साथ, इस श्रृंखला के माध्यम से बच्चों का ध्यान बोलने और सुनने की क्षमता को विकसित करने पर भी दिया गया है।

  4. समग्र विकास: "बरखा" श्रृंखला सिर्फ भाषा सीखने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास को भी गति प्रदान करती है। इसे पढ़ते समय बच्चे नए विचारों और दृष्टिकोणों से परिचित होते हैं 

  5. "बरखा" श्रृंखला को पूरा पढने के लिए दिए गये IMAGE पर click करे:-


Thursday, September 12, 2024

"The Consumer's Journey" Comic Book

 "The Consumer's Journey" एक महत्वपूर्ण पुस्तक है जो उपभोक्ता व्यवहार और उनके खरीदारी के अनुभव को समझने पर केंद्रित है। पुस्तक मुख्य रूप से उपभोक्ता के निर्णय लेने की प्रक्रिया, उनके ब्रांड के साथ अनुभव और ब्रांड लॉयल्टी के निर्माण पर गहन अध्ययन प्रस्तुत करती है। आज के डिजिटल युग में, जहां ग्राहक के पास कई विकल्प होते हैं, उनके खरीदारी यात्रा (Consumer Journey) को समझना किसी भी ब्रांड या व्यवसाय के लिए अनिवार्य हो गया है। अधिक जानकारी के लिए पढ़े पूरी किताब link पर क्लिक करके :-

click here to read this comic book - The Consumer Journey



Sunday, September 8, 2024

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस

 

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस

 (International Literacy Day) हर साल 8 सितंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य दुनिया भर में साक्षरता के महत्व को रेखांकित करना और साक्षरता दर को बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना है। 1966 में यूनेस्को (UNESCO) ने इस दिन की स्थापना की थी, और तब से यह दिवस साक्षरता के महत्व को बढ़ावा देने और शिक्षा को एक मौलिक अधिकार के रूप में मान्यता देने के लिए मनाया जा रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का महत्व:

  1. साक्षरता की शक्ति: साक्षरता व्यक्ति को न केवल पढ़ने और लिखने की क्षमता प्रदान करती है, बल्कि उसे आत्मनिर्भर बनने, सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त होने, और बेहतर जीवन जीने के अवसर देती है। एक साक्षर समाज स्वस्थ, खुशहाल, और समृद्ध समाज होता है।

  2. समाज में असमानता को दूर करना: साक्षरता असमानता को कम करने और समाज में शिक्षा और अवसरों की समानता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यह गरीब, वंचित और महिलाओं को सशक्त बनाने में विशेष रूप से सहायक होती है, जिनके पास अक्सर शिक्षा के अवसर सीमित होते हैं।

  3. सतत विकास के लक्ष्यों की पूर्ति: साक्षरता सतत विकास लक्ष्यों में एक महत्वपूर्ण घटक है। विशेष रूप से, यह लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्राप्त करने में मदद करती है, जैसे कि गरीबी उन्मूलन, लैंगिक समानता, और रोजगार के अवसरों में वृद्धि।

  4. आर्थिक विकास: साक्षरता केवल व्यक्तिगत जीवन ही नहीं बदलती, बल्कि यह आर्थिक विकास के लिए भी आवश्यक है। साक्षर व्यक्ति अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं और समाज की उत्पादकता में योगदान कर सकते हैं।

  5. महिला सशक्तिकरण: महिलाओं और लड़कियों के लिए साक्षरता विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। एक साक्षर महिला परिवार, समुदाय, और समाज के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। शिक्षा के माध्यम से वह अपने अधिकारों और अवसरों के बारे में जागरूक होती है।

केंद्रीय विद्यालय बचेली के पुस्तकालय विभाग में वाद -विवाद प्रतियोगिता द्वारा मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस :-





अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर पुस्तकालय विभाग में वाद -विवाद प्रतियोगिता रखी गयी जिसका शीर्षक था शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी होना चाहिए , जिसमे मध्यम वर्ग व कनिष्ठ वर्ग के विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपने अपने विचार रखे जिसके परिणाम निम्न प्रकार से रहे :-

मध्यम वर्ग:- प्रथम स्थान शैलजा संस्कृति कक्षा सातवी ब    

                 दूसरा स्थान क्रिशिव दास कक्षा सातवी अ 

                  तीसरा स्थान आदर्श कक्षा सातवी अ 

कनिष्ठ वर्ग:-प्रथम स्थान सानिका कक्षा बारहवी ब    

                 दूसरा स्थान श्रेयशी नंदी कक्षा ग्यारहवी ब  

                  तीसरा स्थान अरमान सुलेमान  कक्षा बारहवी ब